Asia Cup 2023: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने शुक्रवार को एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) को भारत के मैचों के लिए तटस्थ स्थानों पर एशिया कप की मेजबानी करने का प्रस्ताव दिया। पीसीबी प्रमुख नजम सेठी ने बताया कि उन्होंने यह प्रस्ताव एसीसी को भेज दिया है. इसमें भारत अपने मैच तटस्थ स्थान पर खेल सकता है जबकि बाकी टीमें पाकिस्तान में खेलेंगी।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव के कारण पाकिस्तान का दौरा करने से इनकार कर दिया था और एशियाई टूर्नामेंट को तटस्थ स्थान पर स्थानांतरित करने की मांग की थी।
रमीज राजा की जगह पीसीबी प्रमुख बनाए गए सेठी ने कहा- हमने इसे ‘हाइब्रिड मॉडल’ पर कराने का फैसला किया है, जहां पाकिस्तान एशिया कप के मैच अपने घरेलू मैदान पर खेलेगा और भारत अपने मैच तटस्थ स्थान पर खेलेगा। एशियाई क्रिकेट परिषद को हमारा यह प्रस्ताव है।
वर्ल्ड कप के लिए पाकिस्तान को भारत जाने की सलाह
एशिया कप का आयोजन दो से 17 सितंबर तक प्रस्तावित है, जिसमें छह टीमें हिस्सा लेंगी। हालांकि, आयोजन स्थल पर अनिश्चितता के कारण मैचों के सटीक कार्यक्रम की घोषणा की जानी बाकी है। एशिया कप में पाकिस्तान और भारत के अलावा श्रीलंका, अफगानिस्तान, बांग्लादेश के साथ क्वालीफायर टीम भाग लेगी।
क्वालीफाइंग टूर्नामेंट नेपाल में जारी है। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) परिषद की बैठक के लिए अगले महीने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की भारत यात्रा से सेठी को काफी उम्मीदें हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि विदेश मंत्री की गोवा यात्रा से दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने में मदद मिलेगी।
सेठी ने कहा- हमें बताया गया है कि संबंध सामान्य हो सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो भारत 2025 में पाकिस्तान में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेने पर विचार करेगा। हमें सलाह दी गई है कि हम तटस्थ स्थल पर एशिया कप खेलने के साथ-साथ विश्व कप के लिए भारत जाएं।
सेठी ने हालांकि यह नहीं बताया कि सलाह किसने दी। सेठी ने संकेत दिया कि उनके देश में जनता की राय यह थी कि पाकिस्तान को भारत के साथ समान शर्तों पर क्रिकेट खेलना चाहिए।
उन्होंने कहा- हमारी सरकार की ओर से भारत के खिलाफ खेलने पर कोई रोक नहीं है, लेकिन मैं जनता की राय पर कह सकता हूं कि हम जरूरतमंद नहीं हैं और हम आर्थिक रूप से अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं। हम भारत के साथ सम्मानजनक क्रिकेट खेलना चाहते हैं। हम एसीसी के साथ भी बातचीत कर रहे हैं।