Indian Cricketers of ODI and T20 : क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में लगातार रन बनाना किसी भी क्रिकेटर के लिए आसान नहीं होता है। अक्सर देखा गया है कि टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा रन बनाने वाला बल्लेबाज वनडे में उतना सफल नहीं होता है और टी20 और वनडे में अच्छा खेलने वाला बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा रन नहीं बना पाता है।
क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट के हिसाब से खुद को ढालना और उसमें रन बनाना बड़ी कला है। वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ जैसे क्रिकेटरों ने एकदिवसीय और टेस्ट दोनों प्रारूपों में खूब रन बनाए, लेकिन कुछ भारतीय क्रिकेटर ऐसे भी थे जो सीमित ओवरों के क्रिकेट में ही रन बना सके और टेस्ट क्रिकेट में असफल रहे हैं।
इन क्रिकेटरों के नाम वनडे और टी20 के कई बड़े रिकॉर्ड दर्ज हैं और इन्होंने अपने दम पर भारतीय टीम को कई मैच जिताए हैं। हालांकि टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो इस फॉर्मेट में उनका रिकॉर्ड कुछ खास नहीं है। आइए जानते हैं कौन हैं वो दो दिग्गज भारतीय क्रिकेटर जिन्होंने वनडे और टी20 में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन टेस्ट क्रिकेट में सफल नहीं हो सके।
2 दिग्गज भारतीय क्रिकेटर जो टेस्ट क्रिकेट में असफल रहे
सुरेश रैना | Suresh Raina
बाएं हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं। सुरेश रैना ने वनडे और टी20 में भारत के लिए जबरदस्त प्रदर्शन किया है। वह 2007 और 2011 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे।
सुरेश रैना ने वनडे में 226 मैच खेले और 35.31 की शानदार औसत से 5615 रन बनाए। सुरेश रैना ने वनडे में 5 शतक लगाए। मिडिल ऑर्डर में खेलते हुए उन्होंने कई बार अहम मौकों पर अपनी पारियों से टीम को जीत दिलाई है.
वहीं अगर उनके टी20 इंटरनैशनल करियर की बात करें तो उन्होंने 78 मैचों में 1604 रन बनाए। उनके नाम एक टी20 शतक भी है। लेकिन टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो यहां सुरेश रैना का प्रदर्शन कुछ खास नहीं है।
सुरेश रैना ने भारत के लिए केवल 18 टेस्ट खेले, जिसमें 26.48 की औसत से केवल 768 रन बनाए। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सिर्फ 1 शतक लगाया।
युवराज सिंह | Yuvraj Singh
युवराज सिंह, जो भारत की दो विश्व कप विजेता टीमों का हिस्सा थे, अपने समय के बेहतरीन हिटर्स में से एक माने जाते थे। जब गेंद को बेहतरीन तरीके से टाइम करने की बात होगी तो युवराज का नाम जरूर आएगा। 2007 वर्ल्ड टी20 और 2011 वनडे वर्ल्ड कप जीत में युवराज का योगदान काफी अहम था।
2000 में भारत के लिए पदार्पण करने वाले युवराज ने अपने करियर में 304 वनडे और 58 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में, उन्होंने 36.55 की औसत से 8701 रन बनाए और 111 विकेट भी लिए।
उन्होंने टी20 इंटरनैशनल में 1177 रन बनाने के अलावा 28 विकेट भी लिए हैं। उन्होंने टी20 इंटरनैशनल में इंग्लैंड के खिलाफ 6 गेंदों में 6 छक्के लगाने का रिकॉर्ड भी बनाया। लेकिन अगर टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो युवराज यहां कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके।
हालांकि उन्होंने भारत के लिए 40 टेस्ट खेले हैं, लेकिन इसमें उनका रिकॉर्ड अच्छा नहीं है। उन्होंने 34 की औसत से 3 शतकों के साथ सिर्फ 1900 रन बनाए और गेंदबाजी में 9 विकेट लिए।